फतेहपुर : डेढ़ दर्जन से अधिक हरे महुआ की बाग से उजाड़े गए पेड़

डेढ़ दर्जन से अधिक हरे महुआ की बाग से उजाड़े गए पेड़
थाना पुलिस व वन विभाग की चुप्पी बनी बाग का विनाश का काल आखिर किसके अधिकार किसके सहारे है लकड़ी माफिया का बोल बाला
सुल्तानपुर घोष जहां यू पी की सरकार पेड़ लगाओ पेड़ बचाओ का नारा लगा रही है वही फतेहपुर जनपद में इन दोनों हर दिन उजाड़े जाते हजारों पेड़ कुछ परमिशन तो कुछ बगैर परमिशन के लकड़ी माफिया पर क्यों नहीं लगती रोक
फतेहपुर जनपद में इन दोनों हरे पेड़ों की कटान सातवें आसमान पर है, जनपद के ही वन क्षेत्राधिकार खागा के अनुमति से एक महुआ की बाग की कटान जोरो में है,
दिनदहाड़े हर महुआ के पेड़ों की कटान का वीडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है
ज़ब मामले की पड़ताल की गई तो पेड़ों की कटान करने वाले ने बताया की हमने 19 हरे महुआ के पेड़ों को काटने की परमिशन ले लिया है, तो ऐसे में आखिर सवाल यह खड़ा हो रहा है की इन दिनों महुआ का फल भी जोरो में गिर रहा है और इस दौरान महुआ के पेड़ों की कटान भी जोरो में चल रही है इसे क्या कहा या क्या समझा जाये…..
बताते चलें कि थाना सुल्तानपुर घोष क्षेत्र से चंद कदम दूरी पर चौकी चौराहा से नाज भट्ठा के बगल मेंएक महुआ की बाग जिसमें लगभग डेढ़ दर्जन से अधिक महुआ के पेड़ खड़े हुए हैं, पहले उनको बाउंड्री वॉल कर दिया गया फिर पेड़ों की कटान शुरू कर दी गई है।
बड़ा सवाल
जानकारों के मुताबिक या यूँ कहें कि उत्तर प्रदेश वन अधिनियम एक्ट के तहत विषम परिस्थितियों में ही प्रतिबंधित हरे पेड़ों की कटान की जा सकती है लेकिन इतनी भारी मात्रा में पेड़ों को नहीं काटा नहीं जा सकता है।
जैसे- पेड़ स्वामी अपनी निजी बीमारी व बेटी की शादी या आमजनमानस को हानि एवं अन्य विषम परिस्थितियों में ही एक दो पेड़ों को काटने की परमिशन दी जाती थी
जब हरे पेड़ों की कटान को लेकर खागा वन क्षेत्राधिकार से बात हुई तो क्षेत्राधिकार गौरव सिंह ने बताया की वहां पर कोल्ड स्टोरेज का प्लांट लगने जा रहा है जिससे कि सैकड़ो लोगों को रोजगार मिलेगा इस स्थिति में उत्तर प्रदेश सरकार की उद्यमी योजना के तहत हमने व उच्च अधिकारियों ने 19 पेड़ो को काटने की अनुमति दिया है।
Balram Singh
India Now24